Chhattisgarh News: नारायणपुर के धुर नक्सल इलाके जहां पर हॉस्पीटल तो दूर, अगर आप बीमार पड़ जाए तो पहुंचने के लिए सड़कें भी नहीं होती थी. उस दौर में कई बीमारियों का इलाज ना मिल पाने से ही लोगों की जान तक चली जाती थी. ऐसे ही अबूझमाड़ इलाके में वैद्यराज हेमचंद मांझी (Hemchand Manjhi) बीते 5 दशकों से लोगों के लिए प्राणदायक बने हुए है. वे ग्रामीणों और हर जरूरतमंदों को प्राकृतिक और किफायती इलाज करते आ रहे है. ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सालों से चल रही उनकी निस्वार्थ सेवाभाव को अब देश का सर्वोच्च सम्मान मिला है.
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देश-विदेश से इलाज कराने आते है मरीज
नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर के जाने-माने वैद्यराज हेमचंद मांझी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हुए है. समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे, उन्होंने हाथ जोड़कर वैद्यराज हेमचंद मांझी का अभिवादन भी किया. बता दें कि नारायणपुर के छोटे डोंगर में जन्मे हेमचंद मांझी उस समय से लोगों का इलाज कर रहे हैं, जब उस इलाके में स्वास्थ्य सुविधाएं भी नहीं पहुंची थीं. छत्तीसगढ़ सहित आसपास के राज्यों और विदेशों में रहने वाले पीड़ित मरीज भी छोटे डोंगर पहुंचकर इलाज कराते हैं.
अबूझमाड़ नहीं पूरे छत्तीसगढ़ का सम्मान
मांझी को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnudeo Sai) ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं. सीएम ने कहा कि 5 दशक से ज्यादा समय से बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों को निःस्वार्थ सेवाभाव हम सबके लिए प्रेरणादायक और अनुकरणीय है. जब हेमचंद मांझी को पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषणा हुई थी, तब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने निवास पर आमंत्रित कर उनका सम्मान किया था. जरूरतमंदों के लिए सालों से संजीवनी दे रहे मांझी को देश का सर्वोच्च सम्मान मिलना अबूझमाड़ ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का सम्मान है.
ब्यूरो रिपोर्ट, छत्तीसगढ़ तक
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