Abujhmad Encounter: मुठभेड़ में घायल युवक 7 दिन बाद पहुंचा अस्पताल, पुलिस ने बताया नक्सली, परिजनों ने सुनाई अलग कहानी
Abujhmad Encounter: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में मुठभेड़ के सात दिन बाद घायल पहुंचा अस्पताल, पुलिस ने बताया इनामी नक्सली तो परिजन बोले सल्फी पीने गए थे तब पुलिस ने मारी गोली.
ADVERTISEMENT
Abujhmad Encounter: नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ से फिर एक बार हैरान करने वाला वाकया सामने आया है. एक सप्ताह पहले 23 और 24 मई को अबूझमाड़ के रेकावाया के जंगल में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ (Police-Naxal Encounter) में मारे गए आठ नक्सलियों के साथ एक युवक भी घायल हुआ, जिसे मुठभेड़ के सात दिन बाद बुधवार की रात जिला अस्पताल लाया गया. युवक की हालात नाजुक होने पर उसे जगदलपुर रेफर किया गया है. लेकिन घायल युवक को पुलिस इनामी नक्सली बता रही है, वहीं दूसरी ओर परिजन पुलिस के आरोप को नकारते उसे निर्दोष ग्रामीण बता रहे हैं.
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार के अनुसार, घायल युवक नक्सली संगठन के प्लाटून 16 में सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है, जिस पर इनाम भी घोषित है. एसपी ने बताया कि इस घटना में आठ नक्सलियों के ढेर होने के साथ ही पांच अन्य लोग भी घायल हुए हैं. जिसमें इस नक्सली की तबीयत ज्यादा खराब होने पर नक्सलियों ने इसे इलाज के लिए भेज दिया है.
ADVERTISEMENT
परिजनों ने सुनाई अलग कहानी
घायल युवक के परिजनों ने जिला अस्पताल में बताया कि घटना के वक्त गोगा उसेंडी अपने दोस्त के साथ सल्फी पीने के लिए जंगल गया हुआ था. जहां पुलिस ने उसे और उसके दोस्त को गोली मार दी जिसके बाद गोगा डर की वजह से भाग कर घर आ गया था जहां पर देसी दवाई कर उसका इलाज कर रहे थे, लेकिन दर्द की वजह से परेशानी बढ़ जाने पर उसे अस्पताल लाकर भर्ती किया गया है. वहीं परिजनों ने बताया कि पुलिस की गोलीबारी से उसके दोस्त की मौत हो गई.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रीढ़ की हड्डी में फंसी गोली
बहरहाल, युवक के कमर के नीचे रीढ़ की हड्डी में एक गोली फंसने से उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. जिला अस्पताल में ऑपरेशन करने के लिए नारायणपुर में सुविधा नहीं होने से उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जा रहा है. जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार युवक के शरीर में गोली का जहर फैल रहा है. एक सप्ताह से शरीर के अंदर गोली फंसी हुई है, जिसे निकालने के लिए एक्सपर्ट टीम की आवश्यता है. इस वजह से उन्हे बाहर भेजा जा रहा है. अस्पताल में एक्स-रे निकालने के बाद गोली शरीर में होने की पुष्टि हुई है.
संजीवनी एंबुलेंस की टीम पहुंची गांव
गोली लगने से घायल युवक की तबीयत दिनोंदिन खराब होने के बाद परिजनों ने संजीवनी एंबुलेंस 108 को कॉल कर घायल युवक को गांव से ले जाने की बात कही. इसके बाद बुधवार की शाम 4 बजे के करीब छोटेडोंगर से संजीवनी एंबुलेंस को ओरछा रवाना किया गया. ओरछा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लगभग 8 किमी दूर तक संजीवनी एंबुलेंस की टीम जंगल में पैदल चलकर गांव पहुंची. यहां से युवक को बाइक में बैठाकर एंबुलेंस तक लाया गया. ओरछा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार करने के बाद घायल युवक को देर रात जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था. इसके बाद गुरुवार को मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में 5 महीने में 122 नक्सली ढेर
बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को एक के बाद एक बड़ी सफलता मिल रही है. मुठभेड़ में लगातार नक्सली मारे जा रहे हैं. इससे नक्सलियों में भय का माहौल बन गया है. इसकी वजह से हथियार छोड़ने (सरेंडर) वालों की संख्या भी दिनोदिन बढ़ती जा रही है. पिछले पांच महीने में नक्सल मोर्चे पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, जिसमें सुरक्षाबल के जवानों ने 122 नक्सलियों को ढेर कर दिया है. 153 गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 405 के करीब नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
बस्तर के पांच बड़े एनकाउंटर
2 अप्रैल: बीजापुर के गंगालूर में 13 नक्सली मारे गए
16 अप्रैल: कांकेर के छोटे बेटिया में 29 नक्सली ढेर
28 अप्रैल: अबूझमाड़ के टेकामेटा में 10 नक्सली मारे गए
10 मई: बीजापुर जिले के पीड़िया में 12 नक्सली ढेर
23 मई: नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में 8 नक्सली हुए ढेर
(नारायणपुर से इमरान खान की रिपोर्ट)
ADVERTISEMENT