छत्तीसगढ़: अब LIVE देख सकेंगे बिलासपुर हाईकोर्ट की कार्यवाही, जानें कैसे…
Chhattisgarh Bilaspur High Court Live Screening- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) के बिलासपुर हाईकोर्ट (Bilaspur High Court) की कार्यवाही अब आम जनता यूट्यूब की लाइव स्क्रीनिंग के…
ADVERTISEMENT

Chhattisgarh Bilaspur High Court Live Screening- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) के बिलासपुर हाईकोर्ट (Bilaspur High Court) की कार्यवाही अब आम जनता यूट्यूब की लाइव स्क्रीनिंग के जरिए देख सकेगी. बिलासपुर हाईकोर्ट देश का आठवां ऐसा न्यायालय है जहां वकीलों की पैरवी से लेकर जजों के फैसलों को अब लाइव दिखाया जाएगा. लोग इसे अपने मोबाइल, कम्प्यूटर पर आसानी से देख सकेंगे.
बिलासपुर हाईकोर्ट में इस सुविधा की शुरुआत मुख्य न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा, जस्टिस गौतम भादुड़ी, जस्टिस संजय अग्रवाल की पीठ ने की. छत्तीसगढ़ से पहले ये सुविधा देश के 7 न्यायालयों में थी. इससे पहले गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक, झारखंड, पटना, मध्य प्रदेश, हिमाचल के हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू की गई है.
‘वकील की जिरह से लेकर जज के फैसले तक…’
अदालत के इस फैसले के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन देखी जा सकती है. कोर्ट में जिरह के दौरान वकील ने क्या कहा, जज ने किस तरह की प्रतिक्रिया दी और किन तथ्यों के आधार पर कोर्ट के फैसले बदले. इन तमाम बिंदुओं की जानकारी अब आम शहरी और केस से जुड़े लोगों को आसानी से उपलब्ध होगी.
ADVERTISEMENT
बिलासपुर हाईकोर्ट की लाइव स्ट्रीमिंग देखने के लिए क्या करें?
बिलासपुर हाईकोर्ट (Bilaspur High Court) की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग (Live Streaming) आप अपने मोबाइल, कम्प्यूटर पर आसानी से देख सकते हैं . इसके लिए हाईकोर्ट ऑफ छत्तीसगढ़ की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर जाना होगा. आप यहां (Chhattisgarh Bilaspur High Court Live Screening) क्लिक करने के बाद भी कोर्ट की सुनवाई की स्ट्रीमिंग देख सकते हैं. इसके बाद अपने हिसाब से केस की सुनवाई का चयन कर सीधे उस कार्यवाही को अपनी स्क्रीन पर देख पाएंगे.
इन सुविधाओं की भी हुई शुरुआत
बिलासपुर हाईकोर्ट में विस्तार भवन और 7 अतिरिक्त कोर्ट रूम का भी निर्माण किया गया है. इसके साथ ही अदालत ने 22 जिलों के ई-सेवा केन्द्र, और ई-गेट पास के संबंध में मोबाइल एप, ऑनलाइन रिक्रूटमेंट एप्लीकेशन की भी शुरुआत की गई है. कोर्ट को और ज्यादा हाईटेक बनाने के लिए 4 नए टेलीग्राम चैनल भी शुरू किए गए हैं. इसमें मामले से जुड़े फैसलों को अपडेट किया जाएगा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT