जी 20 समिट डिनर विवाद: सीएम बघेल के दावे को गृह मंत्रालय ने किया खारिज, कही ये बात

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G20 Summit Dinner Controversy- भारत में जी-20 सम्मेलन (G20 Summit- 2023) के पहले दिन रात्रिभोज को लेकर राजनीति गरमा गई है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने शुक्रवार को कहा था कि वह राष्ट्रपति के जी20 रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगे. इसके लिए उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया. उन्होंने इसे लेकर पूछे गए सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया था कि भाई अब तो नो फ्लाइंग जोन हो गया है, तो कैसे जाऊं. सीएम बघेल के इस बयान पर शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने स्पष्टीकरण जारी किया है. मंत्रालय ने उनके दावे को खारिज करते हुए कहा कि इसमें राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को उनके राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है.

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से एक्स पर पोस्ट किया गया, “एक समाचार रिपोर्ट में, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने दिल्ली और उसके आसपास हवाई प्रतिबंधों के कारण 9 सितंबर 2023 को दिल्ली में नेताओं के शिखर सम्मेलन में जी20 रात्रिभोज में भाग लेने में असमर्थता व्यक्त की है.”

गृह मंत्रालय ने राज्य को स्पष्ट किया है कि 8-11 सितंबर 2023 को दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए एक उच्च तकनीकी सुरक्षा हवाई कवर तैनात किया गया है, राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को उनके राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है.

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बघेल ने क्या कहा था?

एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने एक बयान दिया था. उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में भाग लेने में असमर्थता जताई थी. बघेल का कहना था कि दिल्ली और उसके आसपास हवाई प्रतिबंधों के कारण उनके विमान को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई है. बघेल ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि अब तो नो-फ्लाइंग जोन हो गया है तो कैसे जाऊं?

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खड़गे को नहीं बुलाने पर भी बोले बघेल

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) के जी20 रात्रिभोज में नहीं बुलाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विपक्ष लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करना लोकतंत्र पर हमला है. बता दें कि भले ही खड़गे और अन्य विपक्षी नेताओं को शनिवार के रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया, लेकिन विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों सहित केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण मिला था. उन्होंने रायपुर में संवाददाताओं से कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं किया गया है. सभी को अलग-अलग विचारों का सम्मान करना चाहिए. लोकतंत्र में विपक्ष की अहम भूमिका होती है और ऐसे में अगर उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है, तो यह लोकतंत्र पर हमला है.”

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