Independence Day 2023: छत्तीसगढ़ के इन 6 गांवों में पहली बार लहराया तिरंगा, जानें क्यों लग गए 76 साल  

धर्मेंद्र सिंह

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Independence Day 2023- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के छह दूरदराज के गांवों में देश की आजादी के बाद पहली बार मंगलवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. पुलिस का दावा है कि इन गांवों के पास सुरक्षा बलों द्वारा नए शिविर स्थापित करने से यहां विकास का मार्ग प्रशस्त हो रहा है.

सुकमा एसपी किरण चौहान ने बताया कि अति नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस कैम्प खुले है जिसकी वजह से जहां नक्सलियो का जनाधार था अब उस इलाके में विकास पहुंच रहा है बच्चे-बूढे भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं.

पुलिस के अनुसार बीजापुर जिले के चिन्नागेलूर, तिमेनार और हिरोली और सुकमा जिले के बेदरे, डब्बामरका और टोंडामरका गांवों में तिरंगा फहराया गया, जहां आजादी के बाद से ऐसा आयोजन नहीं देखा गया.

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इसके अलावा, सुकमा जिले के पिडमेल, डब्बाकोंटा, सिलगेर और कुदेड़, गांवों में पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, जहां इस साल गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर पहली बार तिरंगा फहराया गया.

पुलिस का है ये दावा

पुलिस के मुताबिक “इन गांवों के पास नए शिविरों की स्थापना ने नक्सलियों को बैकफुट पर धकेल दिया है.” पुलिस का दावा है कि नए शिविरों की स्थापना से सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को लोगों, मुख्य रूप से आदिवासियों तक पहुंचने में सुविधा हुई है, और इन क्षेत्रों में विकास का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है.

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तीन दशकों से ये जिले हैं नक्सलग्रस्त

सुकमा और बीजापुर बस्तर संभाग के सात जिलों में से हैं, जो पिछले तीन दशकों से वामपंथी उग्रवाद के खतरे से जूझ रहे हैं. पुलिस ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर राज्य में, खासकर माओवाद प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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