रोड नहीं तो वोट नहीं: सड़क की मांग नहीं हुई पूरी, 23 गांव के ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
धमतरी जिले के लगभग दो दर्जन गांव के लोग बदहाल सड़कों को लेकर आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने मांग पूरी नहीं होने पर चुनाव बहिष्कार की…
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धमतरी जिले के लगभग दो दर्जन गांव के लोग बदहाल सड़कों को लेकर आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने मांग पूरी नहीं होने पर चुनाव बहिष्कार की भी धमकी दे डाली है. पिछले कई दिनों से 23 गांव के ग्रामीण जिले के कोलियारी से खरेंगा, दोनर, जोरातराई जर्जर मार्ग के नवीनीकरण और चौड़ीकरण की मांग कर रहे हैं. लेकिन अभी तक इनकी मांगों पर कोई कार्यवाई नहीं हुई है. ऐसे में अब ग्रामीण उग्र आंदोलन पर उतर आए हैं.
नाराज ग्रामीण सड़क की मांग को लेकर सड़क संघर्ष समिति के बैनर तले कोलियारी गांव से विधानसभा तक पदयात्रा पर निकले हैं. इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतरे हैं. वहीं भाजपा ने आंदोलनकारियों के समर्थन का ऐलान किया है. बीजेपी विधायक रंजना साहू भी ग्रमिणों के समर्थन में पहुंची. गांव वाले रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाते रायपुर की ओर बढ़ते दिखे.
सड़क संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि कोलियारी से खरंगा, दोनर जोरातराई, मार्ग के नवनीकरण तथा चौड़ीकरण के लिए बीते कई दिनों से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन शासन-प्रशासन इस रोड के में बारे में सुध नहीं ले रहे हैं. इसलिए हम समस्त क्षेत्रवासी ग्राम कोलियारी से दर्री, खरेंगा, चर्रा मार्ग होते हुए सड़क सत्याग्रह आन्दोलन रायपुर विधानसभा सत्र में ज्ञापन देने के लिए प्रस्थान करेंगे. उक्त जनहित के महत्वपूर्ण क्षेत्र की समस्या पर शासन प्रशासन की ओर से गंभीरता पूर्वक कोई पहल न किये जाने के कारण 16 जुलाई को रायपुर विधानसभा तक पद यात्रा किये जाने का निर्णय क्षेत्र के 23 गांव के ग्रामवासियों ने लिया है.
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