Chhattisgarh Elections: अरविंद नेताम ने बताया अपनी पार्टी का नाम; जानें क्या है दिग्गज आदिवासी नेता का सियासी प्लान

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Chhattisgarh Elections 2023- कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) से इस्तीफा देने के बाद छत्तीसगढ़ के दिग्गज आदिवासी नेता अरविंद नेताम (Arvind Netam) आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. अब उन्होंने अपनी नई पार्टी के नाम का भी खुलासा किया है. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि अभी उनका प्रस्ताव चुनाव आयोग के पास प्रक्रिया में है. सर्व आदिवासी समाज (Sarva Adivasi Samaj) के संरक्षक नेताम ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को ‘हमर राज पार्टी’ (Hamar Raj Party) के नाम का प्रस्ताव दिया है. बता दें कि राज्य में चुनाव से पहले नेताम के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के उनके ऐलान से खासकर सत्तारूढ़ कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री नेताम ने कहा,  “चुनाव आयोग को हमने हमर राज पार्टी के नाम का प्रस्ताव दिया है. अभी यह चुनाव आयोग के पास प्रक्रिया में है.”

बता दें कि नेताम सर्व आदिवासी समाज (Sarva Adivasi Samaj) के संरक्षक हैं. वे इंदिरा और नरसिम्हा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.

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क्या है प्लान?

कांग्रेस छोड़ने से पहले नेताम इस बार चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार उतारने का मूड बना चुके थे. उन्होंने पहले ही कम से कम 50 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा की थी. नेताम ने बताया कि बसपा से भी उनकी बात चल रही है. उन्होंने कहा, “29-30 आरक्षित सीटों पर तो लड़ेंगे ही, इसमें हम छोटी पार्टियों को भी साथ लेकर चुनावी मैदान में उतरेंगे. इसके अलावा 20 सामान्य सीटें हैं जहां 20 हजार से लेकर 80 हजार तक आदिवासी मतदाता हैं वहां भी किस्मत आजमाएंगे. इसके अलावा अन्य समाज को भी प्रस्ताव देंगे कि हमारे बैनर पर वे चुनाव लड़ें.”

कांग्रेस से क्यों दिया इस्तीफा?

अपने इस्तीफा पत्र में नेताम ने कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर कई आरोप भी लगाए थे. अरविंद नेताम ने अपने पत्र में लिखा था, “मैं कांग्रेस पार्टी का क्रियाशील सदस्य हूं. पांच साल पूर्व तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के आह्वान पर कांग्रेस में वापस आकर अपने अनुभव से पार्टी को मजबूती प्रदान करने का हमेशा प्रयास किया लेकिन प्रदेश नेतृत्व के असहयोग रवैये के कारण मुझे निराशा हुई.”

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उन्होंने आगे लिखा था कि प्रदेश नेतृत्व राज्य में आदिवासी समाज के लिए बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के द्वारा प्रदान संवैधानिक अधिकारों के विपरीत काम करने और पेसा कानून 1996 में आदिवासी समाज को जल, जंगल, जमीन में ग्रामसभा के अधिकारों को समाप्त कर दिया गया है, इस प्रकार से आदिवासी विरोधी सरकार है.

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कौन हैं अरविंद नेताम?

सर्व आदिवासी समाज (Sarva Adivasi Samaj)  के संरक्षक अरविंद नेताम (Arvind Netam) प्रदेश के दिग्गज आदिवासी नेता माने जाते हैं. उनके संगठन ने आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में 90 विधानसभा सीटों में से 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का भी ऐलान किया है. चार बार के सांसद अरविंद नेताम इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव सरकार में भी मंत्री रहे हैं. ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने कांग्रेस को अलविदा बोला है बल्कि 1996 में भी उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी और फिर 1998 में पार्टी में लौट आए थे. वहीं 2012 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान आदिवासी नेता पीए संगमा का समर्थन किया तो उन्हें फिर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हालांकि 2018 में नेताम ने दोबारा कांग्रेस प्रवेश किया था. नेताम बसपा और राकांपा जैसी पार्टियों के साथ भी अपनी सियासी पारियां खेल चुके हैं.

 

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