किसान कर्जमाफी: बघेल ने चलाया ‘ब्रह्मास्त्र’! क्यों है यह कांग्रेस का बड़ा दांव?

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Chhattisgarh Farm Loan Waiver- अगले महीने होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Elections 2023)  से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सोमवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी कांग्रेस राज्य में सत्ता बरकरार रखती है, तो किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा.

सीएम बघेल की यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब पहले चरण के मतदान के लिए सिर्फ एक पखवाड़ा शेष है. छत्तीसगढ़ में मतदान दो चरणों में 7 नवंबर (20 सीटें) और 17 नवंबर (70 सीटें) को होंगे. इस बीच सीएम ने सक्ती विधानसभा क्षेत्र में एक समारोह को संबोधित करते हुए लोगों से कांग्रेस को सत्ता में फिर से चुनने का आग्रह किया ताकि उनकी पार्टी की सरकार किसानों के ऋण माफ कर दे जैसा कि उसने पांच साल पहले जीत के बाद किया था.

उन्होंने कहा, “(विपक्षी) भाजपा ने अभी तक किसानों, मजदूरों, महिलाओं या युवाओं के लिए कोई घोषणा नहीं की है. (पार्टी नेता) राहुल गांधी जी ने घोषणा की कि जाति जनगणना कराई जाएगी (यदि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखती है). प्रियंका जी ने गरीबों को घर देने का वादा किया. हमने पहले ही घोषणा कर दी है कि हम किसानों से 20 क्विंटल (प्रति एकड़) धान खरीदेंगे.”

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सत्तारूढ़ कांग्रेस ने पहले तीन प्रमुख वादे किए थे. उन्होंने कहा था कि अगर वह दोबारा सत्ता में आती है तो- जाति जनगणना, प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीद और 17.5 लाख लोगों के लिए घर उपलब्ध कराने का काम करेगी.

बघेल ने कहा, “आज, मैं इस मंच से एक घोषणा करना चाहता हूं- अगर आप कांग्रेस को फिर से सत्ता में चुनते हैं तो किसानों का ऋण माफ कर दिया जाएगा.”

उन्होंने आश्वासन दिया, “हम और भी कई गारंटी देंगे.”

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‘किसान सशक्त होते हैं तो देश की अर्थव्यवस्था होती है मजबूत’

बाद में रायपुर में पत्रकारों से बात करते हुए बघेल ने ऋण माफी की घोषणा को सही ठहराया और कहा कि जब किसान सशक्त होते हैं तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है. जब किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत पहले से ही इनपुट सब्सिडी मिल रही है, तो नए सिरे से ऋण माफी की आवश्यकता के बारे में पूछे जाने पर, सीएम ने कहा, “जब किसान सशक्त होंगे, तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. पिछले पांच वर्षों में हमने देखा कि छत्तीसगढ़ में व्यापार और व्यापार में वृद्धि हुई और आर्थिक मंदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ा. किसानों के खाते में जो पैसा गया वह बाजार तक पहुंच गया है लेकिन अगर बड़े व्यापारियों को पैसा दिया जाएगा तो वह बाजार तक नहीं पहुंचेगा.”

कांग्रेस नेता ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, “केंद्र ने बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया है, लेकिन किसानों की अनदेखी की है. उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने बड़े उद्योगपतियों के 14.50 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए लेकिन उस कदम का भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा? लेकिन छत्तीसगढ़ में, किसानों के ऋण माफ कर दिए गए और इसका (सकारात्मक) प्रभाव व्यापार और उनके जीवन पर देखा गया.”

 

क्या यह ब्रह्मास्त्र है?

कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले किसानों से इसी तरह का वादा किया था. विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक ऐसा कदम था जिसने पार्टी को भारी जीत दर्ज करने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 साल के शासन को समाप्त करने में योगदान दिया. सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने किसानों की कर्जमाफी की. बघेल सरकार ने पहले कहा था कि उसने 2018 का वादा पूरा किया और राज्य के 18.82 लाख किसानों के 9,270 करोड़ रुपये के कृषि ऋण माफ कर दिए.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह ऋण माफी के वादे को ‘ब्रह्मास्त्र’ के रूप में देखते हैं, सीएम ने इसका ‘नहीं’ में जवाब दिया.

बघेल ने कहा, “नहीं, हम हिंसा में विश्वास नहीं करते. यदि ब्रह्मास्त्र छोड़ा जाता है, तो यह किसी की जान ले लेता है और हम हिंसा में विश्वास नहीं करते हैं. हम खुशियां बांटने में विश्वास रखते हैं. आप 36.50 लाख किसानों और उनके परिवारों के चेहरों पर खुशी देख सकते हैं.”

पिछले हफ्ते पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में, बघेल ने राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे में किसानों को एक निर्णायक कारक बताया था और कहा था कि उनके समर्थन से सत्तारूढ़ कांग्रेस को 90 सदस्यीय सदन में 75 से अधिक सीटें जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी.

 

भाजपा ने उठाए सवाल

वरिष्ठ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि बघेल को स्पष्ट करना चाहिए कि वह कौन सा ऋण माफ करेंगे क्योंकि पिछली बार कांग्रेस ने किसानों को धोखा दिया था. चंद्राकर ने आरोप लगाया,  “भूपेश बघेल जी को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे कौन सा ऋण माफ करेंगे. क्या यह अल्पकालिक, मध्यावधि या दीर्घकालिक ऋण है और किस बैंक का है? पिछली बार, उनकी सरकार ने सहकारी समितियों के केवल अल्पकालिक ऋण माफ किए, लेकिन अन्य ऋण माफ नहीं किए, जिसके कारण किसान ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.” भाजपा विधायक ने दावा किया, ”उन्हें पहले अपने कर्ज माफी के वादे का वास्तविक अर्थ बताना चाहिए क्योंकि वह कहते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं.”

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने इसे बघेल सरकार की असफलता करार दिया है. उन्होंने कहा, “भूपेश बघेल की सरकार को 5 साल हो गए हैं. यह सरकार सभी किसानों के कर्ज माफ करने का वादा करने के बाद सत्ता में आई थी. 5 साल हुए नहीं कि अब किसानों के ऊपर फिर से करोड़ों का कर्ज आ गया. यह स्थिति छत्तीसगढ़ में बनी हुई है कि किसान कर्ज के बोझ से दबता जा रहा है. यह असफलता भूपेश बघेल की है.”

बहरहाल, ठीक चुनाव से पहले किसानों के लिए भूपेश बघेल का यह ऐलान कांग्रेस को कितनी ‘अच्छी फसल’ दे पाता है यह वक्त ही बताएगा.

इसे भी पढ़ें- सीएम भूपेश बघेल का बड़ा ऐलान, कांग्रेस की सरकार आते ही किसानों का होगा कर्ज माफ

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