मंत्री नेताम के घर खाना खाना पड़ा महंगा! हॉस्पिटल पहुंचे 200 लोग
Ramvichar Netam गृहग्राम सनावल में आयोजित होली मिलन में समारोह में खाना लोगों को महंगा पड़ गया. यहां नाश्ता और भोजन की भी व्यवस्था थी. होली मिलन समारोह में शामिल रहे ग्रामीणों की तबीयत 24से 36 घंटे बाद बिगड़नी शुरू हुई. पेट में मरोड़ और डायरिया से एक-एक कर लोग पीड़ित होते चले गए. 200 से ज्यादा ग्रामीणों को हॉस्पीटल में भर्ती होना पड़ गया.
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Ramvichar Netam गृहग्राम सनावल में आयोजित होली मिलन में समारोह में खाना लोगों को महंगा पड़ गया. यहां नाश्ता और भोजन की भी व्यवस्था थी. होली मिलन समारोह में शामिल रहे ग्रामीणों की तबीयत 24से 36 घंटे बाद बिगड़नी शुरू हुई. पेट में मरोड़ और डायरिया से एक-एक कर लोग पीड़ित होते चले गए. 200 से ज्यादा ग्रामीणों को हॉस्पीटल में भर्ती होना पड़ गया.
बलरामपुर जिले के सनावल गांव में फूड प्वाइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है. कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम (RamVichar Netam) के गृहग्राम सनावल में आयोजित होली मिलन में समारोह में खाना लोगों को महंगा पड़ गया. यहां नाश्ता और भोजन की भी व्यवस्था थी. रविवार को होली मिलन समारोह में शामिल रहे ग्रामीणों की तबीयत 24से 36 घंटे बाद बिगड़नी शुरू हुई. पेट में मरोड़ और डायरिया से एक-एक कर लोग पीड़ित होते चले गए. होली मिलन के दौरान लोगों ने भांग भी चखा और जमकर मस्ती किया लेकिन वहां खाना खाने के बाद 200 से ज्यादा ग्रामीणों को हॉस्पीटल में भर्ती होना पड़ गया.
मरीजों को जमीन पर लेटाकर करना पड़ा इलाज
मरीजों की संख्या इतनी अधिक थी कि जमीन पर लेटाकर लोगों का इलाज किया गया. मरीजों की संख्या को देथते हुए बलरामपुर जिले के कई अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रभावितों के उपचार में लगाया गया है. सीएमओ डॉ बसंत सिंह का कहना है कि अधिकांश मरीजों में पेट में मरोड और डायरिया की शिकायत है. सभी खतरे से बाहर हैं, कुछ मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया जा रहा हैं.
हॉस्पिटल में होली मनाने हुए मजबूर
मंत्री रामविचार नेताम की होली में रंगों की मस्ती के साथ ही खाना पीना इन ग्रामीणों को काफी महंगा पड़ गया है. रंग से सराबोर होकर ग्रामीण अपनों के बीच होली ना मनाकर इस बार अस्पताल में होली मनाने को मजबूर रहे. ये गनीमत है कि अभी तक सभी मरीजों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
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बलरामपुर से सुमित सिंह की रिपोर्ट
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