गोंडवाना गणतंत्र पार्टी छोड़ने के बाद अब किस ओर जाएंगे शाह?
छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज है. इस बीच स्थानीय पार्टियों में भी उथल-पुथल का दौर चल रहा है. महीने की…
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छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज है. इस बीच स्थानीय पार्टियों में भी उथल-पुथल का दौर चल रहा है. महीने की शुरुआत में ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के एक दिग्गज नेता ने अपनी पार्टी का साथ छोड़ दिया. गरियाबंद जिले के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे ओंकार शाह ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से इस्तीफा दे दिया. शाह के गोंगपा छोड़ने के बाद बिन्द्रानवागढ़ में कई तरह के कयास लग रहे हैं. दरअसल, ओंकार शाह ने यह संकेत भी दिया है कि वे किसी बड़े राजनीतिक दल के नेताओं के संपर्क में हैं. ऐसे में आदिवासी बाहुल्य इलाके में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लिए यह बड़ा झटका है. वहीं लोगों की दिलचस्पी इस बात पर भी है कि शाह का अगला कदम क्या होगा?
बता दें कि छुरा के राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले ओंकार शाह बिंद्रानवागढ़ से 2 बार कांग्रेस विधायक रह चुके हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट नही मिलने पर ओंकार शाह ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ा था. इस दौरान उन्होंने लगभग 19 हजार से अधिक वोट पाए थे. विश्लेषकों का कहना है कि शायद यही कांग्रेस की हार का बड़ा कारण बना था.
बता दें कि गरियाबंद जिले में आने वाला बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अ.ज.जा वर्ग के लिए सुरक्षित है. इसे फिलहाल भाजपा का अभेद्य किला माना जाता है, क्योंकि पिछले तीन चुनाव से यहा लगातार भाजपा के उम्मीदवार चुनाव जीतकर आ रहे है.
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हालांकि इसके पहले ओंकार शाह ने कांग्रेस के टिकट पर बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा में दो बार कामयाबी हासिल की थी.कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने साल 1993 और वर्ष 2003 में यहां सफलता हासिल की थी, उसके बाद से लेकर अब तक यह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के ही प्रत्याशी निर्वाचित होते आ रहे हैं.
अब गोंगपा से किनारा करने के बाद शाह किस पार्टी की ओर रूख करते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा.
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