छत्तीसगढ़ कांग्रेस को कितनी मजबूत करेगी राहुल की न्याय यात्रा?
Chhattisgarh Congress- छत्तीसगढ़ में सत्ता हाथ से फिसलने के बाद कांग्रेस अब मनोबल बढ़ाने के लिए कई सियासी उपायों में जुट गई है. प्रभारी बदलने…
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Chhattisgarh Congress- छत्तीसगढ़ में सत्ता हाथ से फिसलने के बाद कांग्रेस अब मनोबल बढ़ाने के लिए कई सियासी उपायों में जुट गई है. प्रभारी बदलने से लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को नई जिम्मेदारियों से नवाजने का काम भी पूरा हो चुका है, लेकिन पार्टी के सामने अब असली परीक्षा के रूप में लोकसभा चुनाव की नई चुनौती मुंह बाए खड़ी है. लिहाजा, कांग्रेस को नई संजीवनी और बूस्टर खुराक की दरकार है. पार्टी को उम्मीद है कि यह डोज उनको कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’(Bharat Jodo Nyay Yatra) से पर्याप्त मात्रा में हासिल हो जाएगी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’, जो 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होने वाली है अगले महीने छत्तीसगढ़ के सात जिलों से होकर गुजरेगी.
इसे लेकर छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता उत्साहित हैं. इस बात की तस्दीक उनके चेहरे के हावभाव और एक्स पोस्ट पर साझा की गई तस्वीरों और टिप्पणियों के जरिए बखूबी की जा सकती है.
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पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने एक्स पर पोस्ट किया, “भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारी बैठक के बाद श्री राहुल गाँधी जी से नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत जी के साथ मुलाकात किया. राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को ले कर देश भर मे उत्साह है.”
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा कि यात्रा 67 दिनों में 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरते हुए 6,700 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने के बाद मुंबई में समाप्त होगी. पार्टी के अनुसार, आम चुनाव से पहले योजनाबद्ध यह यात्रा लगभग 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी.
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छत्तीसगढ़ कब पहुंचेगी यह यात्रा?
ठाकुर ने कहा कि यात्रा के 16-17 फरवरी के बाद छत्तीसगढ़ पहुंचने की उम्मीद है और यह पांच दिनों में राज्य के सात जिलों को कवर करेगी, जहां आदिवासियों की आबादी लगभग 32 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि पार्टी देश की एकता, अखंडता, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने जोर देते हुए कहा, “कांग्रेस ‘सत्याग्रह’ को जनता के अधिकारों की लड़ाई के लिए एक मजबूत हथियार मानती है और ‘भारत जोड़ो न्याय पदयात्रा’ आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा और परिवर्तनकारी सत्याग्रह साबित होगी.’
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कांग्रेस का बढ़ेगा मनोबल?
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, यह यात्रा लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाएगी क्योंकि राज्य में हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतकर भाजपा सत्ता में लौट आई, वहीं कांग्रेस साल 2018 की 68 सीटों से कम होकर 35 सीटों पर सिमट गई. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एक सीट जीतने में सफल रही.
इससे पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया था कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजनीति के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जितनी ही परिवर्तनकारी साबित होगी.
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की 11 में से 9 सीटों पर जीत हासिल की थी. बाकी सीटें- बस्तर और कोरबा – कांग्रेस के पास चली गईं. वहीं हाल ही में हार के बाद पार्टी के पास छत्तीसगढ़ में करो या मरो जैसी स्थिति पैदा हो गई है.
बीजेपी ने क्या कहा?
प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कांग्रेस की न्याय यात्रा को लेकर सवाल पूछे जाने पर कहा कि कांग्रेस ने भारत के साथ जो अन्याय किया है, उसका हिसाब उनको जनता को देना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, “कश्मीर के साथ जो कुछ हुआ ये बताना चाहिए. भारत क्यों आगे नहीं बढ़ सका ये जवाब देना चाहिए. क्यों आपने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं किया? क्यों गांव तक सड़कें नहीं पहुंच पाईं? देश के साथ जो अन्याय किया है इसका जवाब देना चाहिए. बाकी न्याय की बात वो करते रहें.”
बहरहाल, कांग्रेस के नेता न्याय यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं. लोकसभा चुनाव में पार्टी को इसका कितना फायदा मिलेगा ये वक्त ही बताएगा.
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