छत्तीसगढ़: अब ‘बजरंगबली’ के नाम पर बघेल का बड़ा दांव, चुनाव से पहले सीएम ने किया ये ऐलान
Bajrangbali Akhada Protsahan Yojna- छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों (Chhattisgarh Elections 2023) से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)…
ADVERTISEMENT
Bajrangbali Akhada Protsahan Yojna- छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों (Chhattisgarh Elections 2023) से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने राज्य में पारंपरिक कुश्ती केंद्रों को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए ‘बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना’ शुरू करने की घोषणा की है.
‘नाग पंचमी’ त्योहार के मौके पर राज्य की राजधानी रायपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम बघेल ने यह भी कहा कि कुश्ती खेल को प्रोत्साहित करने के लिए यहां एक राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी स्थापित की जाएगी.
अपने संबोधन में सीएम ने कहा, “राज्य में अखाड़ों को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए, मैं बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा करता हूं जिसके तहत इन पारंपरिक कुश्ती केंद्रों को वित्तीय सहायता दी जाएगी.”
ADVERTISEMENT
उन्होंने कहा कि राज्य में नाग पंचमी के दौरान मल्लखंब और कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित करने की परंपरा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं से भाईचारा और सौहार्द को बढ़ावा मिलता है. बघेल ने कहा, “हाल ही में मैंने बस्तर क्षेत्र के कोंडागांव जिले में एक कुश्ती अकादमी खोलने की घोषणा की है, लेकिन अब मैं रायपुर में एक राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी स्थापित करने की घोषणा करता हूं.”
कर्नाटक चुनाव के दौरान उछला था ‘बजरंगबली’ का नाम
माना जा रहा है कि “बजरंगबली” और बजरंग दल कर्नाटक विधानसभा चुनाव (इस साल की शुरुआत में हुए) में मुख्य फोकस बन गए थे और अब कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले भगवान हनुमान के नाम पर एक योजना का नाम रखना मतदाताओं को लुभाने के लिए महत्वपूर्ण लगता है. इससे पहले बघेल भगवान राम, माता कौशल्या, भगवान कृष्ण, गाय आदि पर भी कई योजनाएं और घोषणाएं कर चुके हैं.
ADVERTISEMENT
‘बजरंग दल और बजरंगबली में फर्क’
बता दें कि कर्नाटक में जब बजरंगदल पर पाबंदी लगाने की बात चल रही थी तब भी बघेल मुखर थे. वे बजरंग दल और बजरंगबली में अंतर बताते हुए भाजपा के खिलाफ हमलावर थे. सीएम भूपेश बघेल ने तब कहा था कि कर्नाटक में बजरंग दल में बैन लगाने की बात कही गई है बजरंगबली पर नहीं. उन्होंने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ में भी जरूरी हुआ तो उस पर विचार करेंगे की प्रतिबंध लगाना है या फिर नहीं. बघेल ने कहा था कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बजरंग दल को बैन करने की बात कही गई है. बजरंगबली के बारे में कोई बात नहीं कही गई है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसको बजरंग बली से जोड़ा है.
ADVERTISEMENT
इसे भी पढ़ें- सीएम बघेल ने किए 15 बड़े ऐलान, युवाओं से लेकर किसानों तक को मिलेगा फायदा
ADVERTISEMENT