छत्तीसगढ़ कैबिनेट: हो गया विभागों का बंटवारा, किसको मिला बड़ा जिम्मा?
Chhattisgarh Cabinet Ministers Portfolios- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने शुक्रवार को खनिज संसाधन, वाणिज्यिक कर (आबकारी) और सामान्य प्रशासन विभाग…
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Chhattisgarh Cabinet Ministers Portfolios- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने शुक्रवार को खनिज संसाधन, वाणिज्यिक कर (आबकारी) और सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखते हुए डिप्टी सीएम विजय शर्मा (Vijay Sharma) को गृह विभाग और आईएएस अधिकारी से विधायक बने ओपी चौधरी (O P Choudhary) को वित्त मंत्रालय सौंपा.
राज्य मंत्रिमंडल में 12 सदस्य हैं. छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं.
सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी गजट अधिसूचना में कहा गया है कि साय ऊर्जा, जनसंपर्क और परिवहन विभाग और अन्य सभी विभाग भी संभालेंगे जो विशेष रूप से किसी मंत्री को नहीं सौंपे गए हैं.
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शर्मा को गृह, ओपी को वित्त, साव को क्या मिला?
विजय शर्मा को गृह और जेल, पंचायत और ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा और रोजगार और विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख विभाग दिए गए.
दूसरे डिप्टी सीएम अरुण साव लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, विधि एवं विधायी कार्य और शहरी प्रशासन विभाग संभालेंगे.
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ओपी चौधरी को वित्त, वाणिज्यिक कर, आवास और पर्यावरण और योजना, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी विभागों के अलावा सौंपा गया.
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बृजमोहन बने शिक्षा मंत्री, नेताम संभालेंगे कृषि मंत्रालय
पार्टी के वरिष्ठ विधायक और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति, संसदीय कार्य और धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग आवंटित किए गए.
राम विचार नेताम कृषि विकास एवं किसान कल्याण, अनुसूचित जनजाति विकास, अनुसूचित जाति विकास, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यक विकास विभाग के मंत्री होंगे.
बघेल, राजवाड़े, कश्यप, जायसवाल, देवांगन, वर्मा को मिली कौन सी जिम्मेदारी?
कैबिनेट में अनुसूचित जाति समुदाय से एकमात्र मंत्री दयालदास बघेल को खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण सौंपा गया. 69 साल की उम्र में, बघेल साई के मंत्रिमंडल में सबसे उम्रदराज सदस्य हैं.
कैबिनेट में सबसे युवा और एकमात्र महिला मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े (31) को महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण विभाग का प्रभार दिया गया है.
केदार कश्यप को वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता विभाग मिला है जबकि लखनलाल देवांगन वाणिज्य एवं उद्योग एवं श्रम विभाग संभालेंगे.
श्याम बिहारी जायसवाल को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं बीस सूत्रीय कार्यान्वयन विभाग दिया गया.
टंकराम वर्मा खेल एवं युवा कल्याण तथा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री होंगे.
पहली बार बने विधायक और मिल गया बड़ा मौका…
अग्रवाल, नेताम, कश्यप और बघेल ने राज्य में पिछली भाजपा सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया है, जबकि सीएम साय केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे हैं.
वहीं राजवाड़े, चौधरी और वर्मा पहली बार विधायक बने हैं. जायसवाल और देवांगन दूसरी बार विधायक चुने गये हैं.
कैबिनेट में 6 मंत्री ओबीसी
मंत्रिमंडल में छह सदस्य अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से, तीन अनुसूचित जनजाति से, एक अनुसूचित जाति वर्ग से, जबकि दो सामान्य वर्ग से हैं.
राज्य के पांच प्रशासनिक संभागों में से मंत्रिमंडल में सरगुजा संभाग से चार, बिलासपुर संभाग से तीन, रायपुर और दुर्ग संभाग से दो-दो और बस्तर संभाग से एक सदस्य है.
बता दें कि 7 और 17 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर भाजपा राज्य में सत्ता में वापस आई, जिसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए गए. भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 35 सीटें मिलीं, जो साल 2018 में जीती गई 68 सीटों से कम है.
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