छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल का तंज, बोले- ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे रमन सिंह ने ठगा नहीं

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छत्तीसगढ़ की सियासत में इन दिनों भूपेश बघेल Vs रमन सिंह का मामला देखने को मिल रहा है. दोनों नेता लगातार एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. पीएम मोदी की रायपुर यात्रा के बाद आरोप-प्रत्यारोप का यह दौर और तेज हो गया है. इसी क्रम में सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर फिर तंज कसा है. सीएम बघेल ने कहा कि ऐसा कोई सगा नही जिसे रमन सिंह ने ठगा नहीं. सीएम ने आगे कहा कि किसानों को लगातार ठगने का काम रमन सिंह ने किया है, जबकि उन्हें किसानों ने बहुत समय दिया.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ‘आज लगातार भाजपा ये कह रही है कि धान खरीदी केंद्र के द्वारा किया जाता है. प्रधानमंत्री से भी इन लोगों ने झूठ बुलवा दिया, जबकि छत्तीसगढ़ की जनता और किसान बेहतर तरीके से जानते हैं कि हमारी सरकार ने जो वादे किए उसे पूरे किया है. किसानों की चिंता कांग्रेस ने की. मार्कफेड के जरिये हमारी सरकार ने धान खरीदी के लिए लोन लिया, जिसे मैंने कई बार बताया है.’

मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, ‘जो भ्रम भाजपा फैला रही है कि 80 प्रतिशत से ज्यादा केंद्र सरकार पैसा देती है, तो मैं ये भाजपा और रमन सिंह से ये पूछना चाहता हूँ कि जब 2014 में डबल इंजन की सरकार थी तब रमन सरकार ने 10 क्विंटल धान खरीदी का आदेश किसके कहने पर दिया? किसके कहने पर किसानों को बोनस नही दिया गया?’

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सीएम ने आगे कहा कि, ‘भाजपा निराधार आरोप सरकार पर लगा रही है. हमारी सरकार ने किसानों के लिए काम किया है. हमने जो अपने घोषणापत्र में कहा था उसे 4.5 वर्षों में करके दिखाया है.’ शराब घोटाले के आरोप पर सीएम ने कहा कि, ‘2017 में जो शराब नीति डॉ रमन सिंह सरकार ने बनाई थी हम हूबहू उसे ही चला रहे हैं. किसी प्रकार का कोई फेरबदल हमारी सरकार के द्वारा नहीं किया गया. आज 2163 करोड़ का घोटाला भाजपा द्वारा बताया जा रहा है. अगर प्रदेश सरकार को राजस्व की हानि हुई है,तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन डॉक्टर रमन सिंह पहले यह बताएं की शराब नीति के तहत सिर्फ तीन डिशलरी को ही देसी शराब विक्रय करने की अनुमति क्यों दी गई थी? रमन सिंह के उनसे क्या संबंध हैं?

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2023 चुनाव के मद्देनजर भाजपा के द्वारा जारी लिस्ट पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘जो सूची जारी की गई है उसमें नामचीन चेहरे गायब हैं. पूरे देश में भी यही हाल है. अगर आप पंजाब का उदाहरण लें, तो वहां प्रदेश अध्यक्ष जाखड़ जी को बनाया गया है जो पहले कांग्रेस में थे. आंध्र प्रदेश में पुरंदेश्वरी को बनाया गया है वह भी पहले कांग्रेस में थीं. घोषणा पत्र समिति की कमान मेरे विधानसभा क्षेत्र से विजय बघेल को दी गई है, जिन्हें भाजपा में आए अभी कुछ समय ही हुआ है.’

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