हार के बाद भूपेश बघेल को मिली बड़ी जिम्मेदारी, कांग्रेस ने जताया ‘भरोसा’

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Bhupesh Baghel News- छत्तीसगढ़ में हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की नई भूमिका को लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लग गया है क्योंकि कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार को बघेल को एक नई जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अन्य दलों के साथ गठबंधन बनाने पर चर्चा करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया, जिसके संयोजक पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक हैं. जबकि बघेल इस समिति में सदस्य बनाए गए हैं.

पार्टी ने एक बयान में कहा, “2024 के आम चुनाव से पहले, कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से एक राष्ट्रीय गठबंधन समिति का गठन किया है.”

सूत्रों ने कहा कि पैनल अन्य दलों के साथ गठबंधन बनाने के सभी पहलुओं पर गौर करेगा. राष्ट्रीय गठबंधन समिति (Congress National Alliance Committee) के अन्य सदस्य राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश भी हैं.

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…इसलिए बघेल की नई भूमिका को लेकर उठने लगे थे सवाल

बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी इस बार विपक्ष की भूमिका में है. लिहाजा कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हाल ही में बड़ा फैसला लिया. पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत को नेता प्रतिपक्ष बनाया जबकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में दीपक बैज को बरकरार रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी. लेकिन इसके बाद यह सवाल सियासी गलियारे में तैरने लगा कि संगठन में भूपेश बघेल की भूमिका क्या होगी?

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लोकसभा चुनाव बघेल की परीक्षा?

यह बात भी गौरतलब है कि बघेल की लोकप्रियता अब भी उनके समर्थकों के बीच बरकरार है और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी उनकी काबिलियत को दरकिनार नहीं कर सकती. लिहाजा लोकसभा चुनाव में बघेल के तजुर्बे और राजनीतिक कुशलता का पार्टी बखूबी इस्तेमाल करना चाहेगी.

राष्ट्रीय राजनीति में बघेल की एंट्री?

राष्ट्रीय गठबंधन समिति में बघेल को शामिल करने के नए फैसले से उनको राष्ट्रीय राजनीति में लाने के संकेत भी नजर आ रहे हैं. इससे पहले भी असम में चुनाव प्रभारी और कर्नाटक चुनाव के दौरान प्रचार की जिम्मेदारी देकर पार्टी ने छत्तीसगढ़ से इतर अन्य राज्यों में उनकी भूमिका स्थापित की थी. वहीं बतौर सीएम रहते राजधानी रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन का सफलतापूर्वक आयोजन करके बघेल पार्टी का विश्वास जीतने में कामयाब हुए थे. बहरहाल, ओबीसी नेता के तौर अपनी पहचान बना चुके बघेल कांग्रेस के लिए इस नई भूमिका में कितना फायदेमंद साबित होते हैं यह आने वाला वक्त ही बताएगा.

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