भाजपा ने बोला कांग्रेस पर हमला, कहा- पार्टी में चरम सीमा पर पहुंचा अंतर्विरोध
छत्तीसगढ़ में इन दिनों सियासी हलचल तेज है. सत्ताधारी दल कांग्रेस जहां संगठन और सरकार में फेरबदल करने में जुटी है, तो वहीं इसे लेकर…
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छत्तीसगढ़ में इन दिनों सियासी हलचल तेज है. सत्ताधारी दल कांग्रेस जहां संगठन और सरकार में फेरबदल करने में जुटी है, तो वहीं इसे लेकर भाजपा लगातार तंज कस रही है. भाजपा ने गुरुवार को कहा कि यह अंतर्विरोध की चरम सीमा है. भाजपा ने यह भी दावा किया कि राज्य में कांग्रेस शासन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने निशाना साधते हुए कहा,”राज्य में सत्ताधारी दल कांग्रेस में जिस प्रकार का अंतर्विरोध और भारी गुटबाजी सड़कों पर देखने को मिल रही है, यह अंतर्विरोध की चरम सीमा है.”
उन्होंने आगे कहा, ”प्रेमसाय सिंह टेकाम का यह बयान कि ‘इस्तीफा दिया नहीं जाता ले लिया जाता है’ यह बता रहा है कि छत्तीसगढ़ में सरकार के मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा रहा है. उन्हें इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया जा रहा है. यह इस बात का संकेत है कि कांग्रेस इस प्रदेश में किन हालात से गुजर रही है.”
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दिग्गज भाजपा नेता ने कहा, ”कांग्रेस में स्वेच्छाचारिता, हिटलरशाही और एकला चलो की नीति की यह परिणति देखकर हमें लग रहा है कि सत्ताधारी दल में किए गए बदलाव छत्तीसगढ़ विधानसभा के आने वाले चुनाव में सत्ता के परिवर्तन का संकेत है। अब कांग्रेस की विदाई तय है और भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी सुनिश्चित है।”
नारायण चंदेल ने कहा, ”कल प्रदेशकांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम हिटलरशाही के शिकार हो गए. आज अचानक मंत्रियों से इस्तीफे मांगे गए।न संगठन अध्यक्ष पर भरोसा, न भूपेश बघेल सरकार के मंत्रियों पर भरोसा. यदि भूपेश बघेल के मंत्री निकम्मे हैं तो पौने पांच साल से उन्हें क्या केवल भ्रष्टाचार करने के लिए रखा गया था.”
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भाजपा नेता ने कहा कि मंत्रियों के कार्य प्रदर्शन की जिम्मेदारी उनका नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री की है. उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस आलाकमान मौजूदा मंत्रिमंडल को नकारा मान कर इस्तीफे दिलवा रहा है तो सबसे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस्तीफा लेना चाहिए.
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