जब पीएम मोदी के बगल में बैठे CM भूपेश बघेल तो दोनों नेताओं के बीच क्या हुई बात? यहां जानिए

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शुक्रवार को छत्तीसगढ़ का सियासी पारा अचानक से तब बढ़ गया जब पीएम मोदी के दौरे के बाद राजनीतिक दावों-प्रतिदावों का दौर शुरू हुआ. पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ में 7000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ करने के बाद एक दूसरी रैली में कांग्रेस पर जमकर हमला बोल दिया. पीएम इस रैली से पहले एक दूसरे कार्यक्रम में जब छत्तीसगढ़ के लिए योजनाओं का ऐलान कर रहे थे, तो उनके साथ सीएम भूपेश बघेल भी मौजूद थे. लोगों की यह जानने में रुचि हुई कि सियासी रूप से विरोधी पार्टियों से आने वाले इन दोनों नेताओं के बीच कुछ बातचीत भी हुई है या नहीं.

अब इस बात का भी खुलासा हो गया गया है कि असल में दोनों नेताओं ने आपस में क्या बात की. और यह खुलासा खुद सीएम भूपेश बघेल ने किया है. सीएम भूपेश बघेल ने शुक्रवार को ही छत्तीसगढ़ Tak के यूट्यूब चैनल और वेबसाइट www.chhattisgarhtak.in का उद्घाटन कर हमारे प्लेटफॉर्म को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू भी दिया. इस इंटरव्यू में सीएम भूपेश बघेल ने कई खुलासे किए.

पीएम मोदी से क्या बात हुई?

सीएम भूपेश बघेल से पहला सवाल किया गया कि दूसरी बार पीएम बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार छत्तीसगढ़ आए. क्या बातचीत हुई आपसे? इसके जवाब में सीएम ने बताया, ‘पहली बार शासकीय कार्यक्रम में साथ बैठने का मौका मिला. दिल्ली में कई बार बैठक किए लेकिन छत्तीसगढ़ में पहली बार उनके साथ बैठने का मौका मिला. उम्मीद थी कि छत्तीसगढ़ को कुछ सौगातें मिलेंगी लेकिन निराशा हाथ लगी. जहां मंच पर बैठे थे, वहीं चर्चा हो रही थी कि जीएसटी का कलेक्शन हमारे राज्य का कैसा है. दूसरे राज्यों की तुलना में हमारा जीएसटी का कलेक्शन कई गुना अधिक है. कुछ बातें जंगल सफारी के बारे में हुई जहां वो शेर का फोटो खींचे थे, तो मैंने कहा कि फुटफॉल बहुत है सर, शनिवार रविवार को काफी लोग आते हैं. साइबर क्राइम के बारे में चर्चा हुई. यही सारी बातें हुईं.’

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हमने बीजेपी से गाय और राम का मुद्दा छीन लिया: सीएम भूपेश बघेल

सीएम भूपेश बघेल से दूसरा सवाल हुआ कि आपका ऐसा क्या जादू चल गया है कि बीजेपी का केंद्रीय मंत्रीमंडल एक हफ्ते से छत्तीसगढ़ में मौजूद है? इसके जवाब में सीएम ने कहा, ‘मध्य प्रदेश, राजस्थान उनके लिए आसान नहीं है. तेलंगाना में तो वो (बीजेपी) हैं ही नहीं. छत्तीसगढ़ को बीजेपी बड़ी चुनौती मान रही है. राम और गाय के नाम पर आजतक वोट मांगते रहे लेकिन 15 साल में राम वन गमन पर्यटन पथ रमन सिंह नहीं बना पाए, हमने शुरुआत कर दिया है. वो जयश्री राम का उद्घोष करते थे उसकी जगह भांचा राम का उद्घोष होता है. गाय के नाम पर वो लोग वोट मांगते थे लेकिन गाय की कभी सेवा नहीं की. गाय के नाम पर मॉब लिन्चिंग हुई, पैसा वसूली करते थे, पूरे देश में बहुत सी घटनाएं हुईं. लेकिन हमने दो रुपये किलो गोबर खरीदा, चार रुपये लीटर गौमूत्र खरीद रहे किसान से. गौपालन अनार्थिक हो गया था, उसे हमने अर्थव्यवस्था से जोड़ा. इनके दोनों मुद्दे इनसे छीन गए हैं इसलिए वो घबराए हुए हैं.’

सवाल: आपने बीजेपी के हिंदुत्व से जुड़े सारे मुद्दे अपना चुके हैं, तो बीजेपी के लिए छत्तीसगढ़ में क्या बचा?

इस सवाल के जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ‘कांग्रेस को तिलक जी, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी के समय से देख लीजिए. उन्होंने हमेशा समाज को जोड़ने का काम किया है. इन सारे नेताओं ने विभिन्न जातियों और धर्म के बीच की दूरी और खाइयों को पाटने का काम किया. चाहे नेहरू जी हों, पटेल जी हों, वर्तमान में राहुल जी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से भी समाज को जोड़ने की बात करते हैं. लोगों के बीच नफरत फैलाना बहुत आसान है. ये लोग सोचते हैं कि जब अंग्रेज फूट डालो और राज करो नीति से 200 साल राज करने में सफल हो गए तो हम भी कुछ साल तो कर ही सकते हैं. बीजेपी विभिन्न जाति औऱ धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रही है. जहां जो अल्पसंख्यक है, चाहे सिख हो, सिख हो या मुस्लिम उसके खिलाफ बोलती है. जहां ये नहीं है वहां पिछले वर्ग, आदिवासी गैर आदिवासी के नाम पर समाज को बांटने का काम करती रही है. कांग्रेस का काम जोड़ने का है. हम लगातार सभी वर्गों को जोड़ने का काम कर रहे हैं. गाय के नाम से सावरकर का लेख पढ़ लीजिए और गाय पर महात्मा गांधी का लेख पढ़ लीजिए, अंतर स्पष्ट हो जाएगा.’

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सीएम भूपेश बघेल के इस पूरे इंटरव्यू को यहां नीचे सुना और देखा जा सकता है.

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